छत्तीसगढ़ अनेक गुफा के नाम chhattisgarh name of many cave

प्रकृति की गोद में बसा छत्तीसगढ़ अपने प्राकृतिक सुंदरता के लिए प्रसिद्ध हैं छत्तीसगढ़ में कई ऐतिहासिक तथा पुरात्विक महत्व के लिए गुफाएं हैं यहां भारत के सबसे पुरानी गुफाओं में से गिने जाते है जहां मानव रंगीन चित्रकारी की गई है यहां लगभग 2000 फिट की ऊंचाई पर गहरे गौरिक रंग के सैल चित्र बने हुए हैं हाथी किरण घोड़ा तथा कछुआ के चित्र बने हुए हैं इन चित्रों का सौंदर्य तथा लेखांकन उच्च कोटि का है यहां जंगली भैंस का बहुत बड़ा चित्र है

छत्तीसगढ़ में स्थित गुफा

 1. कबरा पहाड़ गुफा

यह गुफा रायगढ़ जिले में स्थित है यह रायगढ़ से किलोमीटर पूर्व की दिशा में स्थित है जो विश्वनाथ तथा भद्रपाली के निकट है इस गुफा में प्राचीनतम दृश निवास के प्रमाण मिले हैं यहां। कालीन मानव के रंगीन चित्रकारी की गई है यहां लगभग 2000 की फीट ऊंचाई पर गहरे गैरिक रंग के शैलचित्र बने हुए है जिनमें हिर घोड़ा तथा रेखांकन उच्च कोटि का है यहां जंगली भैंसे का बहुत बड़ा चित्रा भी हैं

 2.कुटुमसर गुफा 

यह गुफा छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में स्थित है या गुफा बस्तर जिला के जिला मुख्यालय जगदलपुर से 38 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है कुटुमसर गुफा कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में स्थित है यहां यह भूगर्भिक गुफा है भारत की सबसे गहरी गुफा मानी जाती है एक गुफा की गहराई जमीन से 60 फीट से 125 फीट तक है इसकी लंबाई 4500 फीट है

एक गुफा की खोज भूगोलवेत्ता प्रोफ़ेसर शंकर तिवारी ने की जाएं जिन्होंने अज्ञात स्थल की खोज 1954 में ही है किया है गुफा की छत पर लटकते चुने के स्टेटमाई ओर स्लेटराईट के स्तंभ है स्तंभ है जो बहुत ही आकर्षक लगते हैं स्लेटराईट एम स्लेटमाइट से विभिन्न प्रकार की आवृत्ति बनी हुई है जो दर्शनीय है इस गुफा के द्वार बहुत ही छोटा है जिसमें एक बार में केवल एक ही आदमी प्रवेश कर सकते हैं किंतु गुफा का अंदर का भाग बहुत ही बड़ा है जिसमें सैकड़ों लोग एक साथ आ सकते हैं इस गुफा में कहीं-कहीं पर शिवलिंग के समान आकृतियां बनी हुई है जो शिवलिंग की मूर्तियों की समान दिखाई पड़ती है इस गुफा की तुलना अमेरिका स्थित गुफा कॉल्सवार आफ केव से की जाती है जो कि विश्व की सबसे लंबी गुफा गुफा के अंदर रंग बिरंगी अंधी मछलियां पाई जाती है

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3. सिघनपुर के गुफा

सिघंनपुर की गुफा रायगढ़ जिले में स्थित हैं यहां रायगढ़ जिले के मुख्यालय से 20 किलोमिटर की दूरी पर स्थित हैं रायगढ़ तथा खरसिया के बीच भूपदेवपुर रेलवे स्टेशन से मात्र 3 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है सिंघनपुर में विश्व की सबसे प्राचीनतम मानव शैल श्रय स्थित है या 30 हजार साल पुराना है पाषाण कालीन अवशेष पाए गए हैं तथा छत्तीसगढ़ के प्राचीनतम मानव निवास के प्रमाण मिले हैं यहां गुफा स्पेन मेकिस्न प्राप्त शैलाश्रयो के समकालीन माने जाते हैं यहां ऐतिहासिक कालीन तीन गुफाए लगभग 300 मीटर तथा 7 फिट ऊंची हैं इस गुफा के बाह्य दीवारों पर मानव की आकृति बनी हुई हैं जो बहुत ही सुधार लगते है शिखर के दृश्य से बने हुए हैं जो बहुत ही सुंदर लगते हैं देश में अवशेष प्राप्त शैलाश्रयो में ऐतिहासिक मानव तथा नित्य की चित्र केवल सिंघन पुर के चित्र केवल शैलाश्रयो में प्राप्त है

4. रामगढ़ गुफा

रामगढ़ गुफा सरगुजा जिले में स्थित है यह गुफा विंध्याचल पर्वत श्रृंखला का एक अंग है यहां विश्व की प्राचीनतम नाटयशाला स्थित है जिसे सीता वगैरा के नाम से जाना जाता है प्राचीन मान्यता के अनुसार भगवान श्री राम वनवास के कुछ समय को समय यहीं व्यतीत किए थे इस गुफा में कालिदास ने मेघदूत की रचना की थी या गुफा कभी कालिदास की यश की विरह स्थली कही जाती है कालिदास द्वारा रचित में रामगिरी का उल्लेख है

5. जोगीमारा गुफा 

यह गुफा रायगढ़ जिले में रामगिरी पर्वत सीता बेंगरा गुफा निकट स्थित है जोगीमारा गुफा भारतीय चित्रकला का वरुण मंदिर कहा जाता है इस गुफा में किन्नर देवी देवताओं हुए हैं अजंता की गुफाओं के क्षमता कालीन है यह मंदिर की छत पर रंग-बिरंगे चित्र पत्ती -पुष्प, पशु – पक्षी, नर – नारी, देवी – देवताओं, दानव – योद्धा, वृक्ष, हाथी के चित्र अंकित है प्रसिद्ध पुरातवत्वेत्ता कैप्टन टी ब्लाश ने सन 1904 में इन चित्रों का अवलोकन 2000 वर्षों से भी अधिक पुराना माना है यहां पाली भाषा एवं ब्राह्मी लिपि में अदभुत लेख प्राप्त हुआ है जिससे यह ज्ञात होता है कि यह गुफा मौर्यकालीन है या गुफा तीसरी शताब्दी का है

छत्तीसगढ़ के अन्य गुफा

1. सरगुजा जिले में स्थित गुफाएँ:

  • सीताबेंगरा की गुफा
  • जोगीमारा की गुफा
  • हाथीपोर की गुफा
  • झपीबेंगरा की गुफा
  • आरा पहाड़ी की गुफा

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2.रायगढ़ जिले में स्थित गुफाएँ:

  • सिंघनपुर गुफा
  • कबरा पहाड़
  • बोतल्दा
  • बसनाझर
  • ओंगना
  • टीपाखोल
  • बेनीपाट
  • अमर गुफा (सोनबरस)

3. कोरबा जिले में स्थित गुफाएँ:

  • शंकर खोल गुफा (चैतुरगढ़)

4. बस्तर जिले में स्थित गुफाएँ:

  • कुटुमसर की गुफा
  • कैलाश गुफा (बस्तर)
  • अरण्यक गुफा
  • देवगिरि की गुफा
  • शीत गुफा
  • दण्डक गुफा
  • रानी गुफा

5. बीजापुर जिले की गुफाएँ:

  • नड्डापल्ली की गुफा
  • आवापल्ली की गुफा
  • लंका गुफा
  • शकल नारायण की गुफा

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6. कांकेर में स्थित गुफा:

  • जोगी गुफा (कांकेर)

7. राजनांदगाँव में स्थित गुफा:

  • चितवाडोंगरी की गुफा

इस गुफा की खासियत जानिए

इस गुफा को लेकर कई तरह के अनुसंधान किए जाने की जरूरत है. बताया जाता है कि कई तरह के रिसर्च अभी इस गुफा को लेकर होने बांकी हैं. भौगोलिक दृष्टिकोण की बात करें तो यह मण्डीप खोल गुफा मैकल पर्वत माला के खूबसूरत हिस्से में स्थित है. यहां किसी के लिए पहुंचना इतना आसान नहीं है. गुफा तक पहुंचने के मार्ग में कोई स्थाई रास्ता नहीं है. बताया जाता है कि पैलीमेटा या ठाकुरटोला तक ही सड़क मार्ग मौजूद है. इसके बाद भक्तों और श्रद्धालुओं को घोर जंगल से होते हुए कई पहाड़ों को पार कर पहुंचना पड़ता है. इस दौरान श्रद्धालुओं को कई नदी नाले भी पार करने पड़ते हैं. गुफा के पास एक कुंड है और इस कुंड से श्वेत गंगा निकलती है. इस गंगा को श्रद्धालु 16 बार पार करते हैं तब जाकर भोलेनाथ के दर्शन हो पाते हैं.

भारत की सबसे गहरी गुफा

हर साल सर्दियों के मौसम में प्रदेश ही नहीं विदेश से भी सैलानी बस्तर घूमने आते हैं। खासकर सैलानी कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में स्थित कोटमसर गुफा देखने से नहीं चुकते हैं। यहां गुफा पर्यटकों के बीच अब एक आकर्षण का केंद्र है। बता दें कि कोटमसर गुफा भारत की सबसे गहरी गुफा मानी जाती है जो 60 – 120 फिट गहरी है तथा इसकी लम्बाई 4500 फिट है। यह गुफा पूरी तरह रहस्यों से भरा हुआ है। यहां अंधी मछलियां पाई जाती है। साथ ही गुफा में आवाज गूंजती है, जो एक रहस्यमयी खोखली आवाज है। प्राकृतिक की ऐसी संरचनाएं देख पर्यटकों को इसे और भी दिलचस्प बनाती है।

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