Devpahri best picnic point देवपहरी सबसे अच्छा पिकनिक प्वाइंट

Picnic Spot of Chhattisgarh : कोरबा का पर्यटन स्थल देवपहरी इन दिनों पर्यटकों से गुलजार है. चट्टानों के बीच से बहती नदियां और जलप्रपात यहां मनोरम दृष्य प्रस्तुत करते हैं. ये पिकनिक स्पॉट बारिश के मौसम में बंद रहता है. ठंड में खुलते ही लोग यहां धूप और सैर सपाटे का मजा लेते हैं picnic point पिकनिक के लिए प्लान बना रहे हैं तो देवपहरी बेस्ट लोकेशन है यहां पर झरना के साथ आपको पहाड़ और जंगल की खूबसूरती देखने को मिलेगी बहुत से पर्यटक यहां आकर पिकनिक एन्जॉय करते हैं फैमिली या दोस्तों के साथ आप यहां का प्लान बना सकते हैं

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इतिहास

देवपहरी कोरबा जिले के अंतर्गत आने वाला एक गाँव है जो कोरबा से लगभग 60 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है इसी गाँव के समीप चोरनई नदी में गोविंद झुंझा जलप्रपात जिसे देवपहरी जलप्रपात के नाम से भी जाना जाता है।देवपहरी में जिले का सबसे पुराने पर्यटन केंद्र गोविंद झूझा जलप्रपात में पर्यटक अब पहुंचने लगे हैं. बारिश के समय यह बंद रहता है. देवपहरी गांव के किनारे चोरनई नदी पर स्थित गोविंद झूझा जलप्रपात अपने आप में मनमोहक है. प्राकृतिक दृष्टि से देखें तो चारों ओर पहाड़ और पठार से घिरा हुआ है. बीच के भाग में मैदानी क्षेत्र है. दोपहर में सूर्य के तेज से पत्थर की चमक बढ़ जाती है. गोविंद झूझा जलप्रपात हमें भेड़ाघाट की याद दिलाता है.जलप्रपात तक पहुँचने के लिए अच्छी सड़कें है साथ ही आसपास खूबसूरत पहाड़, हरियाली है जो सफर को और भी ज्यादा मनमोहक बना देते हैं।जब आपकी पहली नजर इस झरने पर पड़ेगी आपको ऐसा लेगा मानो आपने एक साथ कई सारे झरने देख लिए हों, बड़े से क्षेत्र में कई जगह पर वॉटरफॉल बने हुए है।देवपहरी जलप्रपात की ख़ूबसूरती देखने के लिए यहाँ वाच टावर भी बनाया गया है जहाँ से आप आराम से बैठ कर शानदार दृश्य का लुफ्त उठा सकते हैं।यह जलप्रपात पिकनिक मनाने के लिए सबसे अच्छा स्थल है। स्थानीय लोग और आसपास के शहरों से लोग अक्सर यहाँ अपने दोस्तों और परिवार के साथ आते हैं।l

लोग मनोरम दृश्य का लुफ्त उठाते हुए पिकनिक मनाते है या अच्छा समय व्यतीत करते हैं। अगर आप देवपहरी जलप्रपात जाने का मन बना रहे हैं तो आपको ठंड के मौसम में जाना चाहिए।प्रकृति की हरी भरी वादियों के बीच उजली चमकती पथरीली चट्टानें देखने वालों को बरबस ही अपनी ओर खींच लेती हैं. पानी की धार से तराशी गयी इन चट्टानों में सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त तक चमक रहती है. इन सभी के अलावा इस बात को ध्यान में रखें की यहाँ आसपास बड़े बड़े चट्टान है जिन पर झरने/ नदी के पानी की वजह से फिसलन का डर बना रहता है इसलिए जब भी जाएँ अपने परिवार, दोस्तों और अपना ख्याल रखें ताकि कोई अनहोनी घटना न हो।

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सार

कोरबा जिले के पिकनिक स्पॉट देवपहरी वाटरफॉल में तीन लोग पानी के तेज बहाव में फंस गए। उसमें से एक शख्स पानी के तेज बहाव में बह गया। स्थानीय लोगों की मदद से रेस्क्यू का प्रयास किया जा रहा है।लगातार पानी के बहाव से देवपहरी वाटरफॉल के पत्थर चिकने हो गए हैं। ये देखने में बहुत सूंदर दिखते हैं। बड़ी बड़ी चट्टानें पानी के बहाव से चिकने शेप में बदल गए हैं। यहां चट्टानों के बीच से कई झरने बहते हैं। यहां पानी से बिजली भी बनाई जाती है। देवपहरी में कई घटनाएं ऐसी हो चुकी हैं, जिसमें पर्यटकों की जान तक चली गई है। बरसात के दिनों में वॉटरफॉल में पानी का बहाव तेज़ रहता है और फिसलन भी ज्यादा रहती है। बरसात में जाएं तो ज्यादा सावधानी बरतें। बरसात के दिनों में कई बार एकदम से पानी का बहाव बहुत तेज़ हो जाता है और आये हुए पर्यटक बहाव में फंस जाते हैं।

विस्तार

लेमरू थाना क्षेत्र में देवपहरी वाटरफॉल में शुक्रवार को अचनाक पानी का बहाव तेज हो जाने के कारण तीन लोग फंस गए। जिसमें से दो लोगों को बाहर निकाल लिया गया है। वहीं, एक व्यक्ति डूब गया है। बताया जा रहा है कि तीनों दूसरे जिले से घूमने आए थे। स्थानीय ग्रामीणों के मदद से रेस्क्यू का प्रयास किया जा रहा है। साथ ही नगर सेना कोरबा एसडीआरएफ को सूचित किया गया है ।पत्थरों को चीरते हुए चोरनई नदी आगे बढ़ती है. यह आगे जाकर हसदेव नदी में मिलती है. गोविंद झुंझा में एक साथ कई झरने देखने  मिलते हैं. वन विभाग ने यहां पर्यटकों के लिए पैगोडा का निर्माण भी कराया है, जहां बैठकर जलप्रपात के मनोरम दृश्य का आनंद उठा सकते हैं

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कोरबा देवपहारी जलप्रपात छत्तीसगढ़ भारत तक कैसे पहुंचें:

हवाई अड्डे से:

माना हवाई अड्डा (रायपुर हवाई अड्डा) निकटतम हवाई अड्डा है जो 130 किमी दूर है

रेलवे स्टेशन से:

रायपुर रेलवे स्टेशन निकटतम रेलवे स्टेशन है जो 36 किमी दूर है

सड़क/बस स्टेशन द्वारा:

रायपुर (116 किमी), राजनांदगांव (133 किमी), जबलपुर (220 किमी) बस स्टेशन निकटतम बस स्टेशन हैं; इसके अलावा छत्तीसगढ़ अन्य प्रमुख शहरों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है

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