Korba Tourist place कोरबा में घुमने लायक 8 प्रसिद्ध जगहें

छत्तीसगढ़ एक ऐसी धरती है जहाँ इतिहास,प्रकृति और संस्कृति का अद्भुत संगम देखने को मिलता है। अपने प्राचीन मंदिरों, जीवंत आदिवासी परंपराओं और मनमोहक झरनों के लिए प्रसिद्ध, छत्तीसगढ़ पर्यटकों को भारत के हृदयस्थल की एक प्रामाणिक झलक प्रदान करता है छुट्टियों और वीकेंड पर यहां बड़ी संख्या में पर्यटक पहुंचते हैं.बावजूद इसके, यहां का वातावरण इतना शांत और आरामदायक होता है कि भीड़ में भी सुकून मिलता है यह राज्य भारत में रहने वाली सबसे प्राचीन जनजाति के लिए भी जाना जाता है, जिसका इतिहास लगभग 10,000 साल पुराना है। छत्तीसगढ़ अद्भुत झरनों,वन्यजीव अभयारण्यों, हरे-भरे जंगलों और विविध वनस्पतियों और जीवों का घर है। इसके साथ ही, यहाँ कई ऐतिहासिक स्मारक और प्राचीन मंदिर हैं जो तीर्थयात्रियों और कला प्रेमियों को आकर्षित करेंगे

Best turist place in korba

1.देवपहरी – कोरबा की प्राकृतिक खूबसूरती का एक प्रमुख हिस्सा यहां के मनमोहक जलप्रपात हैं.इनमें देवपहरी जलप्रपात, जिसे गोविंद झूला के नाम से भी जाना जाता है, चोरनई नदी से निर्मित है. इसकी शांति और सुंदरता हर साल हजारों पर्यटकों को अपनी ओर खींचती है. यहां आप न केवल प्रकृति के अनुपम दृश्यों का आनंद ले सकते हैं, बल्कि ट्रैकिंग और कैंपिंग जैसी रोमांचक गतिविधियों में भी शामिल हो सकते हैं. वहीं, केंदई जलप्रपात पिकनिक और एडवेंचर प्रेमियों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं. लगभग 75 फीट की ऊंचाई से गिरते पानी का यह अद्भुत नज़ारा, चारों ओर बिखरी हरी-भरी हरियालियों के बीच, मन को मंत्रमुग्ध कर देता है.जो लोग इतिहास और प्रकृति का मेल देखना चाहते हैं, उनके लिए चैतुरगढ़ एक लाजवाब जगह है.यहां 1069 ईस्वी में बना महिषासुर मर्दिनी का प्राचीन मंदिर आस्था का केंद्र है.विशाल मैकाल पर्वत श्रृंखलाओं से घिरा यह स्थान अपनी प्राकृतिक सुंदरता के कारण ‘छत्तीसगढ़ का कश्मीर’ भी कहलाता है. यहां का तापमान हमेशा ठंडा रहता है और यह जगह ट्रैकिंग के शौकीनों के लिए भी बहुत प्रसिद्ध है.

देवपहरी कोरबा

देवपहरी

2.गोल्डन आइलैंड – गोल्डन आइलैंड कोरबा का एक और छुपा हुआ नगीना है. अपने शांत वातावरण और प्राकृतिक सौंदर्य के चलते यह जगह दोस्तों और परिवार के साथ समय बिताने के लिए एकदम सही है. यहां आप कैंपिंग, ट्रैकिंग और फिशिंग जैसी गतिविधियों का लुत्फ उठा सकते हैं. डूबते और उगते सूर्य की किरणें जब यहां के दृश्य को अपने आगोश में लेती हैं, तो पूरा इलाका सोने की चादर जैसा प्रतीत होता है, जो इसे ‘गोल्डन आइलैंड’ नाम देता है.

और पढे कोरबा में घुमने के लिए 9 बेस्ट HILL STATION in 2025

3.कुदुरमाल – एक मंदिर है, जिसे संकटमोचन हनुमान मंदिर कहते हैं। कुदुरमाल एक छोटा गांव है जो कोरबा जिला मुख्यालय से करीब 15 किमी दूर स्थित है। जो मंदिर के केंद्र में हनुमान की एक प्रमुख संतमूर्ति स्थापित की गई थी जहा महात्मा केवलाल पटेल ने मंदिर बनाया था मंदिर के चारों ओर में काली, दुर्गा, राम, सीता, कबीर आदि के अन्य छोटे मंदिर हैं। मंदिर के पास एक चट्टान के नीचे एक गुफा है, जो कि गोलियों के चट्टानों से भी आकर्षित होता है|

4.कनकेश्वर महादेव मंदिर – धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के लिए कनकी गांव प्रसिद्ध है. यहां का प्राचीन कनकेश्वर महादेव मंदिर, जहां भगवान भोलेनाथ का स्वयंभू शिवलिंग स्थित है, भक्तों के लिए एक विशेष स्थान रखता है.इस मंदिर की पौराणिक मान्यताएं आपको इतिहास और संस्कृति के गहरे अनुभवों से जोड़ती हैं.कोरबा सिर्फ एक औद्योगिक शहर नहीं, बल्कि यह शांति, रोमांच, इतिहास और आध्यात्मिकता का एक ऐसा मिश्रण है जो हर तरह के यात्री को कुछ न कुछ खास प्रदान करता है.

कनकेश्वर महादेव मंदिर

5.सतरेंगा – सतरेंगा: मिनी गोवा का एहसास कोरबा शहर से करीब 40 किलोमीटर दूर स्थित सतरेंगा अब “मिनी गोवा” के नाम से प्रसिद्ध हो चुका है. बांगो डूबान क्षेत्र में स्थित यह पर्यटन स्थल न केवल कोरबा, बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ में अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है. यहां समुद्र जैसे नजारे, ऊंची पहाड़ियां और हरियाली पर्यटकों को लुभाते हैं. पर्यटक यहां बोटिंग और फोटोग्राफी का लुत्फ उठा सकते हैं. सतरेंगा तक पहुंचने के लिए रूमगरा, चुईया और अजगरबहार मार्ग से यात्रा की जा सकती है.

और पढे कोरबा है एक अनोखा हिल स्टेशन Korba is a unique hill station

6.सीतामढ़ी – यात्रा के दौरान अगर आप थोड़ा रोमांच भरा अनुभव लेना चाहते हैं तो सीतामढ़ी गुफाओं की सैर का प्लान बना सकते हैं। सीतामढ़ी तीन चट्टानी गुफाओं के लिए जाना जाता है। ये तीन गुफाएं भगवान, राम, लक्ष्णण और सीता को समर्पित हैं। माना जाता है कि वनवास के दौरान यह स्थल भगवान राम का अस्थाई निवास बना था। इसलिए स्थानीय लोग इस स्थल को एक धार्मिक स्थान की तरह मानते हैं। स्थानीय निवासियों के अनुसार यहां मिले पदचिह्न लोगों के धार्मिक विश्वास को और पक्का करते हैं।

7.मेहरगढ़ – किले के चारों ओर घने जंगल विभिन्न प्रकार के जंगली जानवरों और पक्षियों के लिए घर है। इसके अलावा कुछ मूर्तियां भी हैं| इस किले के अवशेष पाउना खरा पहाड़ी पर 2000 फीट की ऊंचाई पर पाए जाते हैं, जो राजगमार कोयला खानों के 15 किमी उत्तर पूर्व के आसपास स्थित है।

8.केंदई जलप्रपात – ऐतिहासिक और धार्मिक स्थलों के अलावा आप आप यहां के प्राकृतिक आकर्षणों की सैर का प्लान भी बना सकते हैं। शहर के ह्रदय स्थल से 85 कि.मी की दूरी पर स्थित केंदई गांव अपने खूबसूरत जलप्रपात के लिए जाना जाता है। यह स्थल अब एक शानदार पिकनिक स्पॉर्ट भी बन गया है, जहां वीकेंड पर लोग मौज-मस्ती करने के लिए आते हैं। सुबह और शाम के दौरान यह जलप्रपात काफी ज्यादा खूबसूरत नजर आता है। केंदई जलप्रपात 75 फीट ऊंचा है।

केंदई जलप्रपात

कोरबा घूमने का सबसे अच्छा समय | Best Time to Visit Korba

अगर आप Korba घूमने का प्लान बना रहे हैं तो यहाँ आने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर से मार्च तक का होता है। इस दौरान मौसम सुहावना होता है और आप सभी पर्यटन स्थलों का आप केंदई झरने और चैतुरगढ़ किले जैसे आकर्षणों का आनंद ले सकते हैं। 

गर्मी और मानसून: जून से अक्टूबर तक गर्मी और मानसून के कारण मौसम गर्म और आर्द्र हो सकता है, जो बाहरी गतिविधियों के लिए कम अनुकूल है।

सितंबर से दिसंबर: यह समय यात्रा के लिए एक बेहतरीन समय माना जाता है।

मार्च से अप्रैल: इन महीनों में मौसम सुखद होता है और आप गर्मियों की गतिविधियों का आनंद ले सकते हैं।

कोरबा कैसे पहुंचे

कोरबा की उपेक्षा का यह कोई पहला मौका नहीं होगा। कभी पूजा स्पेशल चलाकर छला गया तो कभी स्पेशल चुनावी ट्रेन दौड़ाकर। जहां तक मिली हुई सुविधाओं के विस्तार की बात है तो उसका दंश यहां के लोग लंबे अरसे से झेल रहे हैं। पूजा स्पेशल के नाम पर चली ट्रेनों का टाइम शेड्यूल यहां के यात्रियों के अनुकूल नहीं होने के साथ-साथ ट्रेन कब चलेगी इसका प्रचार-प्रसार करने में भी रुचि नहीं होती।

रेल मार्ग: कोरबा रेलवे स्टेशन छत्तीसगढ़ के प्रमुख शहरों से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है।
सड़क मार्ग: कोरबा सड़क मार्ग से रायपुर, बिलासपुर और अन्य शहरों से अच्छी तरह जुड़ा है।
वायु मार्ग: सबसे नजदीकी एयरपोर्ट रायपुर में स्थित है, जो कोरबा से लगभग 200 किमी दूर है।

Leave a Comment